TITAN SUBMARINE की पूरी कहानी आखिर उस दिन हुआ क्या था?
परिचय
Ocean Gate नामक कंपनी द्वारा निर्मित टाइटन (TITAN SUBMARINE) जो टाइटैनिक के मलवे का गहरे समंदर में दर्शन करवाने का कार्य करती थी।
जिसके C. E. O. इस्टॉक्टन रश थे, यह कंपनी व् इसके C. E. O. दोनों ही अमेरिकन थे। जानिए इस लेख में की उस दिन आखिर हुआ क्या था। जो यह घटना विश्व के इतिहास में दर्ज हो गया है।
मुख्य संदेश:
इस लेख से आपको यह सिखने को मिलेगा कि जब हम किसी ऐसे विशेष कार्य का योजना बना रहे है जिसमे किसी भी प्रकार की गलती की कोई गुंजायश नहीं है तो उस स्थिति में हमे अपने योजना की पूर्णतः व् बार बार जाँच करना चाहिए जब तक हम पूर्ण रूप से संतुस्ट न हो जाये। इस लेख को पढ़ने के बाद यदि आपको कोई भी सुझाव व् सन्देश हो तो हमसे कृपया जरूर साझा करें।
आईये जानते हैं TITAN SUBMARINE में मौजूद 5 लोगों के बारें में
- हामिश हार्डिंग – जॉर्ज हामिश लिविंगस्टन हार्डिंग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में स्थित एक ब्रिटिश व्यवसायी, पायलट और साहसी व्यक्ति थे। वह एक्शन ग्रुप के संस्थापक थे।
- Stocton Rush (स्टॉक्टन रश) – एक अमेरिकी व्यवसायी और उड़ान परीक्षण इंजीनियर थे। उन्हें गहरे समुद्र में खोज करने वाली कंपनी OCEAN GATE के सह-संस्थापक और C. E. O. के रूप में जाना जाता था।
- PAUL HENRI (पॉल हेनरी) – एक शिप रेक एक्सपर्ट थे वे पहले भी टाइटैनिक का दौरा कर चुके थे। उन्हें पहले से ही टाइटैनिक के मलवे के बारे में काफी जानकारी थी।
- SHEHZADA DAWOOD & SULEMAN DAWOOD शेह्ज़ादा दावूद व् उनका बीटा सुकेमान दावूद – वे एक पाकिस्तानी बिज़नेस टाइकून थे। वे अपने गहरे समुन्दर का शौक पूरा करने के लिए अपने बेटे सुलेमान के साथ ट्रेवल कर रहे थे।
विस्तार:
दिन 17 जून 2023 का है यह पांच लोग अपना सौख पूरा करने के लिए गहरे समुन्दर में जाने को तैयार थे। लेकिन मौसम ख़राब होने के कारण यात्रा में देरी की गयी थे। जिसका जिक्र हर्निश हार्डिन ने अपने आखिरी पोस्ट में किया थे। आज के ज़माने शायद ही कोई होगा जो टाइटैनिक जहाज के बारे में न जानता हो। आज के समय में इसको दुबे 112 साल से भी ज्यादा हो गए है। यह जहाज अपने ज़माने का सबसे बड़ा व् अत्याधुनिक जहाज था जो की 1912 में डूब गया था। लेकिन उस ज़माने में इतने अच्छे उपकरण व् उच्तम तकनीक न होने के कारण इसके बारे में पता लगाने में कई साल बीत गए। जब 1985 में वैज्ञानिको ने इसकी खोज की तो लोगो का इस विषय में रूचि बढ़ने लगी। और बची खुची कसर साल 1997 में रिलीज फिल्म टाइटैनिक ने पूरी कर दी। अब लोग डूबे हुए जहाज के मलवे को देखने के लिए बेताब होने लगे। कहा जाता है की समुन्द्र के गहराईयो में सफर करना स्पेस में जाने से भी ज्यादा मुश्किल है। क्योकि इसका सबसे बड़ा कारण
पानी का प्रेसर होता है। टाइटैनिक का मलवा जमीन की सतह से 4000 मीटर यानी की 4 किलोमीटर की गहराई में है। इस गहरायी में पानी का प्रेसर 5800 PSI
होता है। यानी की हमारे एक छोटे से अंग पर एक हाथी का वजन होना।
18 जून 2023 रविवार की दोपहर 12 बजे TITAN SUBMARINE का सफर शुरू हुआ। वैसे तो टाइटैनिक शिप रेक तक पहुंचने में 2 घंटे का समय लगता है।
लेकिन उस दिन 1 घंटे 45 मिनट के बाद मदर शिप POLOR PRINCE जो की सतह पर सपोर्ट के लिए खड़ी थी। से संपर्क टूट गया। केवल 15 मिनट्स पहले संपर्क टूटना यह बताने के लिए लिए काफी था की TITAN SUBMARINE टाइटैनिक शिप रेक के बोहोत नजदीक थी। इतनी गहरायी में रेडियो सिग्नल का टूटना कोई बड़ी बात नहीं थी। क्योकि TITAN SUBMARINE के साथ पहले भी ऐसा हो चूका था। तो यह बात मदर शिप के लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। इस पुरे यात्रा का समय कुल 7 घंटे का था। यानी दोपहर के 12 बजे से शुरू होकर शाम के 7 बजे TITAN SUBMARINE को वापस सतह पर आना था। लेकिन शाम 7 बजे के बाद भी TITAN SUBMARINE से कोई संपर्क न हुआ और न ही वह वापस सतह पर आयी। इसके बाद मदर शिप POLOR PRINCE पर सवार क्रू मेंबर की चिंताए बढ़ने लगी।
खोजी अभियान:
कैनेडियन सर्च शिप POLOR PRINCE ने USA कोस्ट गॉर्ड से संपर्क करके रात के 9 बजकर 40 पर खोजी अभियान शुरू कर दिया।
अगले दिन सोमवार को US शिप और कैनेडियन शिप की मदद से हेलीकॉप्टर व् जहाजों के मदद से एक प्रॉपर खोजी अभियान शुरू किया जाता है। सतह पर जहाजों की मदद से व् सोनार से पानी के अंदर तक खोजी अभियान चालू किया गया। अगले दो दिनों तक अभियान चलता रहा लेकिन TITAN SUBMARINE का कोई पता नहीं चला।
आखिरकार 21 जून 2023 बुधवार को सुबह 6 बजे पानी के अंदर से कुछ आवाजें सुनाई दी। ये आवाजे अंडर वाटर राडार के मदद से सुनी गयी थी। उसके बाद खोजी यंत्र को पानी के अंदर भेजा गया उसके बावजूद भी कोई जानकारी नहीं मिली। TITAN SUBMARINE के अंदर केवल 96 घंटे का ऑक्सीजन था जिसमे से 3 दिन यानी 72 घंटे का ऑक्सीजन ख़तम हो चूका होगा। अब TITAN SUBMARINE को हमेशा के लिए खो जाने का दर बढ़ने लगा था। लेकिन फ्रांस की खोजी दल ने हार नहीं मानी और 22 जून को R.O. VEIS को टाइटैनिक के मलवे के पास भेजा गया। और इस यंत्र ने जो देखा वो दुनिया के लिए हैरान करने वाला था। टाइटैनिक के मलवे से केवल 1600 फ़ीट दुरी पर TITAN SUBMARINE के TAIL यानी दुम का टुकड़ा मिला जिसका मतलब था कि TITAN SUBMARINE पानी का प्रेसर नहीं झेल पायी और रस्ते में ही ब्लास्ट हो गयी।
गलती किसकी?
Ocean Gate C. E. O.Stocton Rush ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था की TITAN SUBMARINE को बनाते वक़्त कुछ रूल तोड़े हैं। इसका मतलब था की
TITAN SUBMARINE स्टील से नहीं कार्बन फाइबर से बनायीं गयी थी जो स्पेस बनाए के लिए प्रयोग किया जाता है। उनका कहना था की में शिप इंडस्ट्री में
एक नयी क्रांति लाना चाहता हूँ। 2017 में जब TITAN SUBMARINE अपने एक यात्रा पर थे उस समय पानी के अंदर उसमे क्रैक आ गया था।
उसके बाद अनुभवियों व् वैज्ञानिको ने कहा थे की TITAN SUBMARINE डूबने का यह एक कारन होगा। और हुआ भी यही।
समाप्ति
यह एक लापरवाही व् ओवरकॉन्फिडेन्स का मामला नजर आता है जिसमे बनाने वाला व् अन्य 4 लोगो ने अपनी जान गवां दिया। इस विषय पर आप विचार भी हमारे लिए मायने रखता है। कृपया अपना दृष्टिकोण भी बताएं।
मिलते हैं अगले एक और पोस्ट में।